हिमाचल में किन सीटों पर हारी भाजपा...?

 

हिमाचल प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा के उपचुनाव में सत्ता में बैठी पार्टी को चारों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलने पर सीएम जयराम ठाकुर ने अफसोस जताया है। बीजेपी की इस हार पर उनका कहना है कि पार्टी को जनता ने नहीं बल्कि मंहगाई ने हराया है।

हिमांचल की जिन सीटों पर भाजपा हारी है,वहां काग्रेस ने अपनी पार्टी का झण्डा लहराया है। कांग्रेस ने मंडी लोकसभा सीट और तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर,अर्की और जुबल-कोटखाई पर जीत हासिल कर ली है। निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित चुनाव परिणाम के अनुसार,कांग्रेस ने अपनी फतेहपुर और अर्की सीटें बरकरार रखी हैं। वह जुबल-कोटखाई सीट भाजपा से छीनने में कामयाब हुई है।

बता दें कि भाजपा की सबसे खराब स्थिति जुबल-कोटखाई में रही। यहां भाजपा प्रत्याशी (नीलम सेराइक) अपनी जमानत भी नहीं बचा सकीं,उन्हें महज 2,644 वोट मिले। कांग्रेस के रोहित ठाकुर (29,955) ने 6,293 वोटों के अंतर से निर्दलीय उम्मीदवार चेतन सिंह ब्राग्टा (23,662) को परास्त किया है।


कभी भाजपा के हिस्से में रही मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और करगिल युद्ध के सैनिक भाजपा प्रत्याशी कौशल ठाकुर को 7,490 वोटों के अंतर से हराया है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि यहां भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


इधर राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने भाजपा की हार के बाद नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस ने ‘सेमीफाइनल’ जीत लिया है और अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करेगी। वहीं दूसरी ओर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा,पार्टी अपनी कमियों को दूर करने के लिए रणनीति तैयार करेगी और 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।

 

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