जहां एक तरफ मास्क हमें कोरोना संक्रमण से बचा रहा है, वहीं दूसरी तरफ चहरे पर भी कई प्रकार की परेशानी हो रही है.लंबे समय तक मास्क लगाने के कारण अगर आपके चेहरे, चिन और गर्दन पर हो रहे मुंहासे या काले धब्बे तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें, क्योंकि हो सकता है कि आप मास्कने का शिकार हो रहे हों। घंटों मास्क लगाए रहने के कारण चेहरे पर पिंपल्स निकलने की परेशानी को 'मास्कने' कहा जाता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि लंबे समय तक मास्क लगाने के कारण हमें ज्यादा पसीना आता है और चेहरे पर नमी रहती है, ये बैक्टीरिया और फंगस के पनपने के लिए सबसे सही स्थिति होती है। दरअसल मास्क पहनने से त्वचा में पसीना, ऑयल और गंदगी अंदर ही रह जाती है. जिसके कारण चेहरे पर धब्बे, मुंहासे या रैशेज जैसी परेशानी हो सकती है.यही कारण है कि कोरोना के बाद सबसे ज्यादा लोग मास्कने, स्किन एलर्जी, बैक्टीरियल इंफेक्शन और फंगल इंफेक्शन से परेशान हो रहे हैं।
भले ही हम कपड़े का मास्क लगाएं या फिर मेडिकल मास्क,अगर हम अपने चेहरे को मास्क से पूरी तरह से ढक लेते हैं तो बाहर की ताजा हवा हमें नहीं मिल पाती। मास्क से ढके हिस्से में गर्मी बढ़ती है और पसीना भी बहुत आता है, जिससे नमी पैदा होती है। ये पसीना स्किन के ऑयल ग्लैंड्स द्वारा निकल रहे ऑयल से मिलकर स्किन के पोर्स को ब्लॉक कर देता है, जिससे पिंप्लस निकलने लगते हैं। कई मामलों में ये फंगल इंफेक्शन का रूप ले लेता है, जिस कारण चेहरे में जगह-जगह खुजली होने लगती है या फिर छोटे-छोटे दाने होने लगते हैं।

- स्किन
का लाल होना
- स्किन पर लाल दाने निकलना
- स्किन में पपड़ी जमना, कुछ हिस्से की खाल निकलना
- स्किन में जगह-जगह सफेद धब्बे होना
- स्किन में दरार आना और पानी जैसा पदार्थ निकलना
स्टेरॉयड का इस्तेमाल-
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान और बाद में भी लंबे समय तक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करने वाले लोग अब बैक्टीरियल व फंगल इंफेक्शन से परेशान हो रहे हैं। ज्यादा समय तक पेन किलर व स्टेरॉयड के इस्तेमाल से हमारे शरीर पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही हमारी स्किन भी उसी के अनुसार रिएक्ट करने लगती है। यही कारण है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद देशभर में ब्लैक फंगस, येलो फंगस जैसे कई फंगल इंफेक्शन के मामले सामने आए थे, जो कई केस में जानलेवा भी साबित हुए। अब हम अलग तरह की तरह-तरह की स्किन एलर्जी का शिकार हो रहे हैं।
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