फिर विवादों में
आयीं तस्लीमा नसरीन, क्रिकेटर
मोईन पर साधा निशाना...
अक्सर विवादों
के जरिए सुर्खियों में रहने वाली बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इंग्लैंड के
क्रिकेटर मोईन अली को लेकर एक आपत्तिजनक ट्वीट किया है. मोईन अली आईपीएल 2021 में
चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा हैं और वह तैयारियों में जुटे हैं. अपने विवादास्पद
ट्वीट में तसलीमा ने कहा था कि अगर अली क्रिकेटर नहीं होते तो शायद सीरिया जाकर
आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हिस्सा बन चुके होते। जाहिर सी बात है इसे लेकर बवाल
मचना था,
सो मचा। इंग्लैंड टीम में मोईन के साथी खिलाड़ियों से लेकर
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने तसलीमा की बात की आलोचना की।
मोईन अली
इंग्लैंड की टीम का अहम हिस्सा हैं। वह कई साल से इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेल रहे
हैं। मोईन पर जब यह कॉमेंट किया गया तो सबसे पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा
आर्चर ने तसलीमा को निशाने पर लिया। मोईन इंडियन प्रीमियर लीग का 14वां सीजन खेलने के लिए भारत में हैं। वह इस बार चेन्नई सुपर
किंग्स का हिस्सा हैं। वहीं आर्चर चोट की वजह से अभी अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स के
साथ नहीं जुड़ पाए हैं।
क्यों किया
तसलीमा ने ट्वीट
हालांकि यह
साफ नहीं है कि आखिर तसलीमा के इस विवादास्पद ट्वीट की वजह क्या थी?
लेकिन इसे मोईन को लेकर आई उस खबर से जोड़कर देखा जा रहा है
जिसमें कहा गया था कि उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स से अनुरोध किया है कि वह उनकी
जर्सी पर लगा ऐलकोहल कंपनी का लोगो हटा दें। जिसे टीम प्रबंधन की ओर से मान भी लिए
जाने की बात सामने आई थी। हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से बाद में साफ कर
दिया गया था कि अली ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है। टीम के सीईओ काशी विश्वनाथन
ने कहा था कि उनकी टीम को मोईन अली की ओर से ऐसा कोई अनुरोध ही नहीं मिला है।
हालांकि तसलीमा ने बाद में वह ट्वीट हटा दिया था।
तो अब सवाल यह उठता है कि आखिर पूरा मामला था क्या? सबसे पहले जानते हैं कि तसलीमा ने क्या लिखा था। सोमवार को तसलीमा के इस ट्वीट के बाद बवाल मच गया जिसमें उन्होंने लिखा था, 'अगर मोईन अली क्रिकेट के साथ नहीं जुड़े होते तो वह सीरिया जाकर आईएसआईएस जॉइन कर चुके होते।' सोमवार को मचे इस बवाल के बाद मंगलवार को तसलीमा ने एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने मामले पर अपनी सफाई दी। उन्होंने लिखा, 'नफरत करने वाले अच्छी तरह जान लें कि मोईन अली को लेकर किया गया मेरा ट्वीट मजाक में किया गया था। लेकिन उन्होंने इसे मुझे प्रताड़ित करने का जरिया बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर करने की कोशिश करती हूं और मुस्लिम धर्मांधता का विरोध करती हूं। मानवता का सबसे बड़े दुखों में यह भी शामिल है कि महिला-समर्थक वामपंथी भी महिला-विरोधी इस्लामिस्ट का समर्थन करते हैं।'
कैसे किया
मोईन के टीम के साथियों ने जवाब
जोफ्रा आर्चर
ने ट्वीट पर जवाब दिया, 'क्या तुम ठीक हो? मुझे नहीं लगता कि तुम ठीक हो?'
इसके बाद उन्होंने आगे लिखा, 'व्यंग्यात्मक? कोई भी नहीं हंस रहा है, तुम भी नहीं, तुम्हें कम से कम यह ट्वीट तो हटा ही देना चाहिए था।'
इंग्लैंड में
पैदा हुए हैं अली
मोईन अली का
जन्म 1987
में बर्मिंगम में हुआ। उन्होंने कुछ साल पहले एक इंटरव्यू
में कहा था, 'मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि मैं मुसलमान हूं और ब्रिटिश भी। मुझे दोनों
पर गर्व है। मैं चाहता हूं कि एशियाई बच्चे मुझे देखें और अहसास करें कि वे
क्रिकेट में करियर बना सकते हैं।'
जब मोईन के
साथ जुड़ा विवाद
साल 2014 में भारत के खिलाफ साउथैम्टन टेस्ट में
उन्होंने 'आजाद फिलीस्तीन' का स्लोगन लिखा हुआ रिस्टबैंड पहना था। इससे कई लोग नाराज
हो गए थे।
जब हाशिम अमला
पर डीन जोंस ने की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
ऑस्ट्रेलिया
के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने डीन जोंस ने साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर हाशिम अमला को 'आतंकवादी' कह दिया था। अगस्त 2006 में कॉमेंट्री के दौरान साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच
मैच के दौरान जब हाशिम अमला ने कैच किया तो लाइव कॉमेंट्री में डीन जोन्स कहते
सुने गए कि, 'आतंकवादी को एक और विकेट मिल गया।'
इसके बाद जोंस निशाने पर आ गए। उन्होंने कुछ बहाने बनाए लेकिन वह काम नहीं आए। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगा था कि उस समय विज्ञापन चल रहे थे, वरना उनका इरादा ऐसा बोलकर सबका दिल दुखाने का नहीं था। प्रसारणकर्ता ने उनका अनुबंध तुरंत रद्द कर दिया। जोन्स ने उसके बाद कई बार हाशिम अमला से उस बात को लेकर माफी भी मांगी। बीते साल दिल का दौरा पड़ने की वजह से जोंस का निधन हो गया था।
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