कोरोना का कुम्भ या आस्था का कुम्भ?
कुम्भ में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. एक महीने के अंदर राज्य में कोरोना मरीजों के मिलने की रफ्तार में 8814% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बिगड़ते हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फरवरी तक यहां हर दिन केवल 30-60 लोग कोरोना संक्रमित मिलते थे। अब ये संख्या बढ़कर 2,000 से 2,500 हो गई है। आंकड़ों का एनालिसिस किया जाए तो ऐसा लगता है कि ये अभी शुरुआत है। आने वाले दिनों में स्थितियां और भी भयावह हो सकती हैं।
30 साधु संक्रमित, एक
महामंडलेश्वर की मौत
हरिद्वार कुंभ में उमड़ी भीड़ का असर भी दिखने लगा है। यहां
भी 30 साधु-संत कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यह सरकारी आंकड़ा है, लेकिन
संक्रमित साधुओं की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। स्वास्थ्य अधिकारियों का
कहना है कि अलग-अलग अखाड़ों में जाकर साधुओं के RT-PCR टेस्ट किए जा रहे हैं। 17
अप्रैल से टेस्टिंग और बढ़ाई जाएगी।
इस बीच,
गुरुवार को अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर
कपिल देवदास (65) की मौत हो गई। महामंडलेश्वर कोविड जांच में संक्रमित पाए गए थे।
उनको सांस लेने में तकलीफ थी। कई दिनों से तेज बुखार भी आ रहा था। वह कुंभ मेले
में ही थे। 12 अप्रैल को महामंडलेश्वर का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया था, जिसके
बाद उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के
सचिव रविंद्र पुरी ने 15 दिन पहले ऐलान किया है कि उनके लिए कुंभ मेला खत्म हो चुका है। पुरी ने कहा
है कि कुंभ का मुख्य शाही स्नान पूरा हो गया है और उनके अखाड़े के साधु-संतो में
कोरोनावायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं।
कोरोना की स्थिति को देखते हुए निरंजनी अखाड़े के बाद बाकी
संन्यासी अखाड़े भी कुंभ समाप्ति का ऐलान कर सकते हैं। हरिद्वार में कुंभ मेले का
समय 30 अप्रैल तक है। कोरोना के चलते इस साल कुंभ का मेला जनवरी की बजाय 1
अप्रैल से शुरू किया गया था।
देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच कुंभ मेला
जारी रखने पर सवाल भी उठ रहे थे। देश में गुरुवार को कोरोना के 2 लाख
नए मामले सामने आए। यह महामारी शुरू होने से अब तक एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
उधर कुंभ में लाखों लोगों की भीड़ जुटी हुई है। बुधवार के शाही स्नान में 14 लाख
लोग शामिल हुए थे।
पुलिस फोर्स की वापसी शुरू
कुंभ से भीड़ कम होने लगी है। इसके चलते अलग-अलग जिलों से हरिद्वार में तैनात की गई फोर्स की वापसी भी शुरू हो गई है। दैनिक भास्कर से बातचीत में डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कुंभ का मुख्य स्नान बुधवार को समाप्त हो गया है। इस कारण फोर्स की अब यहां ज्यादा जरूरत नहीं है। फोर्स को उनके मूल तैनाती पर वापस भेजा रहा है। 30 अप्रैल तक केंद्रीय बलों सहित आधा फोर्स ही हरिद्वार में रहेगा।
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