घायल होने पर भी मुस्कान ऐसी की अभी 100 नक्सलियों को मार दें..
जब बात देश की बचाने
की हो तो हमारे देश के जवान अपनी जान की परवाह किये बिना अपनी जान दांव पर
लगा देते हैं. ऐसे ही कुछ जवानों से आईये हम आपको मिलवाते हैं.
“हम शुक्रवार रातभर चलकर शनिवार
सुबह करीब 8 बजे
बीजापुर और सुकमा जिले के बॉर्डर एरिया के जोनागुड़ा इलाके में पहुंचे थे।
नक्सलियों का मूवमेंट हमें दिखा, नक्सलियों ने हम पर फायरिंग
कर दी। हमने भी उन्हें करारा जवाब दिया। हमारे लड़कों ने जबरदस्त बहादुरी दिखाई,
नक्सलियों ने हमें एंबुश में फंसाने की कोशिश की, मगर हमने उस घेरे को तोड़ा और आगे बढ़े।” मीडिया को ये
बातें CRPF की कोबरा टीम के सेकंड इन कमांड अफसर संदीप ने
बताईं।
संदीप इस हमले में जख्मी हुए हैं। उनका दाहिना हाथ
पट्टियों से लिपटा है। पैर में भी गंभीर चोटें आई हैं, लेकिन चेहरे पर
मुस्कान और जोश ऐसा कि मानों फिर से उठ कर चल देंगे घने जंगलों में नक्सलियों को
जवाब देने। बातचीत के दौरान वे बीच-बीच में मुस्कुराते भी रहे, इसी दौरान की एक फोटो किसी ने क्लिक की और सोशल मीडिया पर पोस्ट की,
जो अब वायरल है।
साथियों को
बचाते हुए विस्फोट की चपेट में आ गए
बीजापुर में बीते शनिवार को हुई मुठभेड़ में संदीप पर
नक्सलियों ने गोलियां चलाईं। पहाड़ की ऊंचाई से बम बरसाए। संदीप अपने साथी जवानों
को बचाते हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे थे। इतने में एक धमाका हुआ वे
घायल हो गए। रविवार को इन्हें एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया गया। अब इनका
इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है।
गृहमंत्री अमित
शाह ने कहा- जल्दी ठीक हो जाओगे
गृह मंत्री अमित शाह सोमवार की शाम रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल
आए। उन्होंने संदीप द्विवेदी से भी मुलाकात की। संदीप बिस्तर पर थे, शाह के आते ही थोड़ा उठे और मुस्कुराकर कहा- हैलो सर, शाह ने कहा- हिम्मत रखो, बच जाएगा तुम्हारा
हाथ...पक्का बच जाएगा, कहां के हो? संदीप
बोले- सर यूपी, फिर गृह मंत्री शाह ने कहा- डॉक्टर को भरोसा
है और मुझे भी कॉन्फिडेंस है, ठीक से आराम करो। जल्दी ठीक हो
जाओगे। संदीप मुस्कुराकर बोले- थैंक्यू सर।
हमारे मूवमेंट की
जानकारी नक्सलियों को मिल रही थी
मीडिया से बातचीत
में संदीप ने बीजापुर में हुई नक्सल मुठभेड़ से जुड़ी अहम बात बताई। उन्होंने कहा कि
जवानों के हर मूवमेंट की जानकारी गांव के लोग और महिलाएं नक्सलियों को दे रहे थे।
इस वजह से नक्सलियों ने दूर पहाड़ी पर ऐसी पोजिशन पहले से ले रखी थी कि हम पर हमला
कर सकें। हम भी जब जोनागुड़ा की तरफ जा रहे थे तो पता था कि कुछ हो सकता है वहां।
जब टीम वहां गई तो उनकी तरफ से बड़ी फायरिंग की गई।
नक्सलियों का
प्लान और बड़ा था
संदीप ने आगे कहा
कि हमारे लड़कोंं ने उनका घेरा तोड़ दिया। जवानों की बहादुरी के चलते ही हम एक महिला
नक्सली का शव रिकवर करने में कामयाब रहे नहीं तो नक्सली डेड बॉडी नहीं ले जाने
देते। इस मुठभेड़ के लिए नक्सली पूरी तैयारी में थे, हमें इनपुट मिल रहे थे कि उनके बड़े
कमांडर काफी समय से उस एरिया में थे। वहां उनका प्लान बड़ा था। मगर हम उन्हें नाकाम
करने में कामयाब रहे। हमारा थोड़ा लॉस हुआ, मगर काफी नक्सली
भी मारे गए।
करीब 5 घंटे होती रही फायरिंग पहाड़ से बम गिर रहे थे
अस्पताल में इलाज करवा रहे अंबिकापुर के एक जवान ने
बताया कि वो स्पेशल टास्क फोर्स टीम का हिस्सा थे। जोनागुड़ा में नक्सली रॉकेट
लॉन्चर और बम पहाड़ी से हम पर फेंक रहे थे। लगातार गोलियां चल रही थीं और बम
ब्लास्ट हो रहे थे। हमें पोजिशन के लिए वक्त ही नहीं मिला। करीब 150 मीटर दूरे पहाड़ से फायरिंग हो रही थी। हम जैसे-तैसे गांव की तरफ बढ़े,
फायरिंग के बीच घायल जवानों का इलाज चल रहा था। हमें फिर से
नक्सलियों ने घेर लिया। वहां भी हमने फायरिंग की। हमें पता था कि यहां मुठभेड़ होगी,
मगर इतनी हैवी फायरिंग होगी यह नहीं पता था।
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