यूपी विधानसभा चुनाव की सियासत पर घमासान

  


यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं की सभाएं और रैलियां तेजी से शुरू हो गई है। बीते मंगलवार देश के प्रधानमंत्री खुद कानपुर में आए थे। यहां उन्होंने लोगों को मेट्रो की सौगात देने के बाद निराला नगर ग्राउंड में जनता-जनार्दन को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के अलावा कानपुर के सभी नेता मौजूद थे।


वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यूपी के हापुड़ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे और गृह मंत्री अमित शाह हरदोई में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।


भाजपा की इन तीनों जनसभाओं में सबसे ज्यादा महत्तवपूर्ण प्रधानमंत्री जी की जनसभा को माना जाना चाहिए। क्योंकि अनुमान ये लगाए जा रहे थे कि पीएम की जनसभा में सबसे ज्यादा लोग एकत्रित हो सकते हैं,हालांकि ऐसा हुआ नहीं।

जहां एक तरफ पीएम मोदी कानपुर में थे और वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुखिया अखिलेश यादव प्रदेश की राजधानी से 27 किलोमीटर दूरी पर बसे उन्नाव शहर में विजय यात्रा निकाल रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो में ऐसा देखने को मिला की प्रधानमंत्री की रैली से ज्यादा भीड़ अखिलेश की विजय यात्रा में थी।


वहीं जेपी नड्डा की रैली से खबरों में सामने आया कि  सभा में उनको सुनने आए लोगों में से कुछ लोगों ने वहां पर लाखों रुपये खर्च कर बनवाए गए होर्डिंग्स को उखाड़ दिए और उसे यह कहकर घर ले जाने लगे कि इसकी लकड़ियां चूल्हे में जलाने के काम आएंगी, क्योंकि गैस सिलेंडर की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। इस दौरान किसी ने उन्हें ऐसा करने से रोका नहीं और वे बेखौफ होकर होर्डिंग्स उखाड़ते रहे।


वहीं हरदोई में अमित शाह ने अपने संबोधन में जनता को ABCD  का मतलब समझाया। उन्होंने कहा, ‘A का मतलब अपराध और आतंक. B का अर्थ भाई-भतीजावाद, C से करप्शन और D से दंगा। शाह ने आगे कहा कि भाजपा ने इनकी इस ABCD पर पानी फेरने का काम किया है।


यूपी विधानसभा चुनाव की सियासत को देखते हुए आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सत्ता पक्ष विपक्ष पर और विपक्ष सत्ता पक्ष पर लगातार निशाना साधते दिखाई दे रहे हैं।

राजनीतिक बयानबाजी के बीच लोगों का प्रदर्शन भी जारी है। आपको बता दें कि किसानों का प्रदर्शन खत्म होने के बाद 69000 शिक्षक भर्ती मामले में अभयर्थियों का प्रदर्शन जारी है और अब धरती के भगवान यानी के डॉक्टर्स ने भी प्रदर्शन और हड़ताल शुरू कर दी है।

हालांकि अभी तक इनके अलावा देशभर में विपक्ष का प्रदर्शन जारी था,वो अजय टेनी की बर्खास्तगी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। फिलहाल ये मामला अब शांत हो गया है और चुनाव प्रचार जोरों-शोरों पर हो रहा है और प्रचार के दौरान ही उन मुद्दों को उठाकर सत्ता पक्ष पर निशाना साधने का दौर जारी है।

 

इन सब मुद्दों से बड़ा मुद्दा है ओमिक्रान का.ओमिक्रान को देखते हुए सभी राज्यों में सावधानी बरती जा रही है। उत्तर प्रदेश में भी नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। पहले कर्फ्यू का समय रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक था और अब इसे 1 घंटा बढ़ाकर रात 10 बजे से 5 बजे तक कर दिया गया है।

कोरोना काल के दौरान नाइट कर्फ्यू के मुद्दे पर सरकार को घेरने वाला विपक्ष भी अब शांत है क्योंकि अगर वो इस मसले पर सरकार को घेरते हैं तो खुद भी रैली कैसे करेंगे।

 

 

 

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