क्या इम्युनिटी के नाम पर कंपनी कर रही है गुमराह?? पढ़िए पूरा सच...

कोरोना के शुरुआती दौर से ही 'इम्यूनिटी' वर्ड काफी चर्चा में है। इससे पहले आम लोग इम्यूनिटी के बारे में इतना जागरूक नहीं थे जितना कि आज हैं। जब एक्सपर्ट्स ने कहा कि जिसकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग है उसे कोविड इन्फेक्शन का खतरा कम होगा और अगर इन्फेक्शन हो भी जाए तो रिकवरी जल्दी होगी, तो अचानक ही मार्केट में मौजूद ज्यादातर प्रोडक्ट्स के इम्यूनिटी बूस्टर होने का दावा किया जाने लगा।

दरअसल, विज्ञापनों के जरिए फूड कंपनियां ये बताने की कोशिश करती हैं कि खास प्रोडक्ट या फूड सप्लीमेंट को खाने से आपके शरीर की इम्यूनिटी बढ़ जाएगी, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो ये दावे झूठे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कंपनियां लोगों को हेल्दी डाइट और इम्यूनिटी बूस्टर के नाम पर भ्रमित कर रही हैं?

आइए जानते हैं इम्यूनिटी और इम्यूनिटी बूस्टर के बारे में थोड़ा और गहराई से। साथ ही ये भी जानेंगे कि एक हेल्दी बॉडी के लिए इम्यूनिटी का क्या रोल है...

सबसे पहले जानते हैं इम्यूनिटी क्या है?

बीमारियों से लड़ने की शारीरिक क्षमता को इम्यूनिटी कहते हैं, जो हमारे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस या पैरासाइट्स जैसे रोगजनकों से बचाती है। दरअसल बॉडी का इम्यून सिस्टम कोशिकाओं, ऊतकों और कई ऑर्गन का एक नेटवर्क होता है, जो एक साथ मिलकर शरीर को किसी भी तरह के इन्फेक्शन या बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।

अमेरिका के नेशनल लिब्ररे ऑफ मेडिसिन के जर्नल के अनुसार इम्यून सिस्टम में कई अंग शामिल होते हैं। इनमें त्वचा के अलावा व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC), लिम्फ सिस्टम भी शामिल हैं। ये सभी मिलकर शरीर में बाहरी तत्वों को घुसने से रोकते हैं। अगर इनमें से कोई भी कमजोर हो जाए तो बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है।

इम्यूनिटी बूस्टर मेडिकल टर्म नहीं है, कंपनियां लोगों को गुमराह कर रही हैं

नई दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मनोज शर्मा का कहना है, "ये सच है कि शरीर को बीमारियों से बचाने में इम्यूनिटी की महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन इसे किसी खास फूड प्रोडक्ट या फूड सप्लीमेंट के सेवन से नहीं बढ़ाया जा सकता। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इम्यूनिटी बिल्डिंग जैसे शब्द काल्पनिक हैं, क्योंकि इनका जिक्र मेडिकल साइंस में है ही नहीं। इन्हें सिर्फ मार्केट ड्रिवेन कंपनियों द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।"

भाटिया हॉस्पिटल में कंसल्टेंट डॉ. सम्राट शाह बताते हैं, "इम्यून सिस्टम में कई तरह के सेल्स होते हैं जो अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया या वायरस के प्रति प्रतिक्रिया करते हैं। ये पता लगाना बहुत ही पेचीदा है कि कौन सी कोशिका या कोशिकाओं का समूह बीमारी दूर करने के लिए काम करता है। ये भी पता लगाना मुश्किल है कि किस तरह इन कोशिकाओं की संख्या बढ़ाई जा सकती है।"

एक्सपर्ट्स की मानें तो अब तक किसी भी रिसर्च में ये सामने नहीं आया है कि किसी खास फूड प्रोडक्ट, ड्रिंक या विटामिन सप्लीमेंट को खाने से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है। जबकि हमारा शरीर लगातार इम्यून सेल्स पैदा करता है। एक निर्धारित समय के बाद सेल्स प्राकृतिक रूप से अपने आप ही नष्ट हो जाते हैं। इस प्रोसेस को मेडिकल टर्म में एपोप्टोसिस कहते हैं। इसलिए इस बात का कोई स्पष्ट जवाब नहीं है कि अच्छी इम्यूनिटी के लिए कौन सी कोशिका काम करती है।

कुछ इस तरह काम करता है इम्यून सिस्टम

इम्यून सिस्टम शरीर को उन सभी तरह के तत्वों से बचाता है जिन्हें वो शरीर के लिए खतरा समझता है। स्ट्रॉन्ग इम्यून सिस्टम कई तत्वों पर निर्भर करता है, जैसे कम से कम आठ घंटे की नींद, पर्याप्त आराम, संतुलित भोजन, तनाव से दूरी, रेगुलर एक्सरसाइज। ये शरीर में इंटरफेरॉन को बनने में मदद करते हैं। इंटरफेरॉन वायरस संक्रमित कोशिकाओं से बना प्रोटीन है, जो अन्य स्वस्थ कोशिकाओं को वायरस या बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने का काम करता है।

अच्छी इम्यूनिटी के लिए क्या करना चाहिए?

रिसर्चर्स लगातार लाइफस्टाइल और इम्यून रिस्पॉन्स के बीच के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। अभी तक के रिसर्च से ये सामने नहीं आया है कि किसी खास प्रोडक्ट के सेवन से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है, लेकिन कई स्टडी में ये सामने जरूर आया है कि अच्छे खान-पान से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। डॉ. शाह कहते हैं, "सिर्फ इम्यून सिस्टम ही नहीं बल्कि शरीर का हर पार्ट आपको स्वस्थ रखने में अपनी भूमिका निभाता है। किसी खास प्रोडक्ट के सेवन के बजाय अच्छे खान-पान के साथ बेहतर लाइफस्टाइल को भी अपनाना जरूरी होता है।"

 

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