Food poisoning: जानें लक्षण, उपाय और कारण

Food poisoning: जानें लक्षण, उपाय और कारण

जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे वैसे कोरोना के साथ साथ फ़ूड पॉइजनिंग की समस्या भी बढती नज़र आ रही है. जरा सी लापरवाही फूड पॉइजनिंग की वजह बन सकती है. दरअसल गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप के साथ शरीर का तापमान भी बढ़ता है. ऐसे में हमारा शरीर ज्यादा ऑयली और मसालेदार चीजों को ठीक से हजम नहीं कर पाता.

इसके अलावा कई बार बाहरी फूड खाने से भी ये समस्या हो जाती है क्योंकि बाहर का खाना गरिष्ठ तो होता ही है, साथ ही ये हाईजीनिक नहीं होता. ऐसे में लोगों को कई तरह की परेशानियां हो जाती हैं, जिसे हम गर्मी के लक्षण समझकर इग्नोर कर देते हैं. लेकिन ये फूड पॉइजनिंग के लक्षण भी हो सकते हैं. इसलिए इन्हें इग्नोर न करें और फौरन इन घरेलू उपायों को आजमाएं ताकि स्थिति को बिगड़ने से बचाया जा सके.

ये हैं लक्षण

उल्टी, पेट दर्द, लूज मोशन, जी मिचलाना, अत्यधिक कमजोरी, सिरदर्द, चक्कर आना और बहुत ज्यादा प्यास लगना आदि. इन लक्षणों के दिखते ही सतर्क हो जाइए और यहां बताए जा रहे उपायों को आजमाइए.

फूड प्वाइजनिंग के होने के कारण

·         फूड प्वाईजनिंग दूषित भोज्य पदार्थ के सेवन करने से होता है। जैसे-बासी खाना खाने से।

·         घर से खाना बनाते वक्त अगर उसको धोने में गन्दे पानी का इस्तेमाल किया गया हो या फिर खाना बनाने में गन्दे पानी का इस्तेमाल हुआ हो तो फूडप्वाइजनिंग हो सकती है।

·         खाने के सामान को ढक कर न रखने पर गंदी मक्खी के बैठने से भी हानिकारक जीवाणु खाने में पहुँच जाते हैं। जिससे फूड प्वाइजनिंग हो जाती है।

·         अक्सर रास्ते में लगी खाने की दुकानें में खाने की चीजों को ढक के रखा नहीं जाता है, जिसके कारण एक तो सड़क के उड़ते हुए धूल सीधे खाने में पहुंच जाते हैं। दूसरी तरफ गन्दी मक्खी भी खाने में पहुँच जाती है, जो खाने में हानिकारक जीवाणु को पहुँचाते हैं। जब हम उस खाने को खाते हैं तो यह बीमारी हो जाती है।

·         अगर लम्बे समय तक घर में इस्तेमाल होने वाले पानी के टैंक की सफाई नहीं हुई हो तो पानी दूषित हो जाता है। जब हम उस पानी को किसी भी रूप में इस्तेमाल करते हैं तो इस बीमारी की संभावना होती है।

·         फूड प्वाइजनिंग की समस्या सिर्फ दूषित खाने की वजह से नहीं होती, कई बार यह हमारे गंदे हाथों से खाना खाने से भी हो जाता है।

ये उपाय आजमाएं

1. शरीर में पानी की कमी बिल्कुल नहीं होने दें. खूब पानी पिएं, नारियल पानी और लिक्विड डाइट लें.

2. पेट को आराम दें और हल्का आहार लें जैसे खिचड़ी, दलिया आदि.

3. तुलसी के पत्तों को उबाल लें. इसके पानी को शहद मिलाकर पिएं.

4. फूड पॉइजनिंग के दौरान केला बहुत काम का है. इसमें मौजूद पोटैशियम शरीर को तेजी से रिकवर करता है.

5. अगर लूज मोशन हो रहे हों तो चीनी-नमक और नींबू का घोल बनाकर पिएं या इलेक्ट्रॉल का पानी पिएं.

6. नींबू का रस बैक्टीरिया को खत्म करने में मददगार है. इसके रस में काला नमक मिलाकर सेवन करें.

7. पुदीने की पत्तियों को पानी में उबालें फिर उस पानी को छानकर पिएं. इससे काफी राहत मिलती है.

8. समस्या ज्यादा बढ़ने पर फौरन विशेषज्ञ से संपर्क करें वर्ना ये समस्या गंभीर रूप भी ले सकती है.

इन बातों का भी रखें खयाल

1. खाना पकाते समय साफ-सफाई का ध्यान रखें. सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर प्रयोग में लें.

2. बहुत दिनों तक फ्रिज में खाने को न रखें. एक ही दिन में खाना खत्म करें.

3. कच्चे मांस को फ्रिज में रखते समय उसे पके भोजन से दूर रखें वर्ना उसमें बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं.

4. सूखे मसाले, बेसन, आटा आदि को एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रखें.

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