नहीं थम रहे कोरोना के मामले, लखनऊ समेत इन चार शहरों में हुई बेड्स की कमी..
कोरोना का ये नया स्ट्रेन जिस तरह से बढ़ रहा है और लोगों को अपने अंदर समा ले रहा है उस हिसाब से वो दिन दूर नहीं है जब सारे लोग इसके चपेट में आ जायेंगे। और धीरे धीरे करके ये सबको निगल जायेगा. पिछले साल कोरोना का असर हिंदी भाषी राज्यों में भले ही कम देखने को मिला हो लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में हिंदी भाषी राज्यों में मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। 5 से 11 अप्रैल के बीच इस एक हफ्ते के ही आंकड़े को देखें तो पाएंगे कि जहां पूरे देश में कोरोना के 70 फीसदी मामले बढ़े हैं तो उत्तर प्रदेश में इस सप्ताह के दौरान 281 फीसदी की बढ़ोत्तरी कोरोना मामलों में देखने को मिली। 5-11 अप्रैल के दौरान यूपी 62 हजार कोरोना के नए मामले सामने आए। वहीं इसके पहले वाले हफ्ते में वहां 16 हजार 269 केस सामने आए थे। जानें यूपी के शहरों का हाल...
लखनऊ में 3,892 नए कोरोना पॉजिटिवशहर में 11
दिन बाद कोरोना मामलों की बढ़ोतरी का सिलसिला थमा है। सोमवार को 3,892 लोगों में
संक्रमण की पुष्टि हुई, जो रविवार के मुकाबले 552 कम रही। वहीं,
मौतों की संख्या भी घटकर 21 रही। वहीं,
शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 23,090 हो गई,
जबकि 958 लोगों ने संक्रमण को मात दी। यूपी में भी रविवार
के मुकाबले संक्रमितों की संख्या में कमी आई। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 13,685
नए मरीज मिले, जबकि 72 लोगों की जान गई और 3,197 लोग संक्रमणमुक्त हुए। यूपी में लखनऊ के
अलावा प्रयागराज और वाराणसी में भी एक हजार से ज्यादा नए केस मिले।
शवों के अंतिम
संस्कार के लिए लकड़ी की ‘किल्लत’
लखनऊ में
बैकुंठ धाम और गुलाला घाट पर संक्रमितों के साथ सामान्य मौत वाले शवों के अंतिम
संस्कार के लिए भी लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यहां तक कि इनके लिए
लकड़ी भी कम पड़ने लगी है। बैकुंठ धाम पर सोमवार को बाहर से लकड़ी मंगवाई गई। आरोप
है कि इसके लिए मृतकों के परिवारीजनों से अतिरिक्त रुपये भी वसूले गए।
सामाजिक
कार्यकर्ता सुमन सिंह रावत ने बताया कि उनके रिश्तेदार बखतावर सिंह की सामान्य
बीमारी से मौत हुई। घरवाले सुबह 11 बजे बैकुंठ धाम पर शव ले गए, लेकिन शाम सात बजे तक भी लकड़ी नहीं मिली। बाद में बाहर से
लकड़ी मंगवाने के लिए 7 हजार रुपये मांगे गए, जबकि नगर निगम ने 40 किलो लकड़ी की कीमत 250 रुपये तय कर रखी है।
प्रयागराज में
कोर्ट दो दिनों के लिए बंद
प्रयागराज में
कोरोना की भयावहता लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को प्रयागराज में 1704 केस आए। पिछले दो दिनों में दर्जनभर से अधिक न्यायिक
अधिकारी,
वकील व कोर्ट के कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
इनमें से पांच वकीलों व एक पेशकार की तो मौत भी हो चुकी है। इसे देखते हुए
डिस्ट्रिक्ट जज ने कोर्ट को 2 दिनों के लिए बंद कर दिया है इस दौरान समूचे परिसर में
सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। वहीं, हाईकोर्ट में यूपी सरकार के मुख्य स्थाई अधिवक्ता,
विकास चंद्र त्रिपाठी (65) का लखनऊ में निधन हो गया। वह होली के दौरान कोरोना संक्रमित
हो गए थे। उनको एसजीपीजीआई में भर्ती करवाया गया था।
वाराणसी में
शाम 4 बजे बंद कर दी जाएंगी ये जगहें
वाराणसी में
कोरोना की तेज रफ्तार को देखते हुए हुए जिला प्रशासन ने सभी घाटों,
पार्क और स्टेडियम में शाम 4 बजे के बाद प्रवेश पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध सोमवार
से लागू हो गया। इस बीच सोमवार को 1347 नए केस मिले। कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए डीएम कौशल
राज शर्मा ने महामारी अधिनियम के तहत 12 से 30 अप्रैल तक प्रतिबंध लागू किया है। इसमें गंगा घाटों पर
सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ही लोग आ-जा सकते हैं। हालांकि घाटों पर आरती के
आयोजक,
अर्चक, घाट किनारे रहने वाले लोग और नाविकों को इस प्रतिबंध से
मुक्त रखा गया है। रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक घर से नहीं निकलने का प्रतिबंध
धार्मिक स्थलों पर भी लागू होगा। धार्मिक स्थलों में एक समय में पांच लोग ही
प्रवेश कर सकेंगे। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में 13 अप्रैल से ओपीडी एवं इलेक्टिव ओटी पूरी तरह बंद रहेगी।
मरीजों को परामर्श देने के लिए केवल टेली ओपीडी सेवा चालू रहेगी। मरीजों को अपने
मोबाइल से बीएचयू की वेबसाइट bhu.ac.in पर जाकर https://dexpertsystems.com/BHU
पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पंजीकरण के बाद मरीज का ब्यौरा
संबंधित विभाग में पहुंचेगा और चिकित्सक मरीज द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन नंबर पर
संपर्क कर परामर्श देंगे।
कोरोना वायरस
की दूसरी लहर से शहर के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। कानपुर में रोजाना इतनी बड़ी
संख्या में संक्रमित आ रहे है कि पिछले सभी रेकॉर्ड टूट रहे हैं। सोमवार को 825
लोगों में संक्रमण की पुष्टी हुई। वहीं,
संक्रमण की चपेट में आने से 9 पेशेंट को अपनी जान गंवानी पड़ी। कानपुर में अब कोरोना वायरस
के ऐक्टिव केस 4711 हो गए हैं, जबकि 897 लोग वायरस से जान गंवा चुके हैं। इससे पहले रविवार को आई कोविड रिपोर्ट ने
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के
प्रिंसिपल, वॉइस प्रिंसिपल समेत स्टॉफ के 15 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कोविड-19
से जंग जीतने के लिए कानपुर में एक तरफ ‘टीका महोत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है तो वहीं हर दिन पुराने
रेकॉर्ड को तोड़ते हुए नए संक्रमित सामने आ रहे हैं।
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