पिछले वैरिएंट से कहीं अधिक संक्रामक है ओमिक्रॉन, लक्षणों को भूलकर भी ना करें इग्नोर


ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इम्यूनिटी सिस्टम पर काफी असर डाल रहा है , ऐसे में जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है , उन्हें भी इससे सर्तक रहने की जरूरत है. इसके लिए जरूरत है कि आप इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें. आइए जानते हैं ओमिक्रॉन के इन लक्षणों के बारे में-


कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. हर कहीं, बस इस नए वेरिएंट के संकेतों और लक्षणों के बारे में बहुत सी बातें और अटकलें लगाई जा रही हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के इस रूप को वेरिएंट ऑफ कंसर्न के रूप में वर्गीकृत किया है. विभिन्न संगठनों ने कोरोना के इस वेरिएंट की संक्रामता दर को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है. ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इम्यूनिटी सिस्टम पर काफी असर डाल रहा है , ऐसे में जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है , उन्हें भी इससे सर्तक रहने की जरूरत है. इसके लिए जरूरत है कि आप इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें. आइए जानते हैं ओमिक्रॉन के इन लक्षणों के बारे में डेल्टा से भी चार गुना ज्यादा तेजी से फैलता है Omicron? जानिए कितना है खतरनाक, क्या कहती है स्टडी..


स्क्रेची थ्रोट – दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर, एंजेलिक कोएत्ज़ी के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में गले में खराश के बजाय स्क्रेची थ्रोट जैसी समस्या देखने को मिल रहे है. वैसे तो यह दोनों स्थितियां एक हद तक समान हो सकती हैं, हालांकि स्क्रेची थ्रोट की समस्या अधिक दर्दनाक होती है.


थकान- पहले के वेरिएंट की तरह, ओमिक्रॉन से थकान या अत्यधिक थकावट हो सकती है. एक व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है, कम ऊर्जा का अनुभव कर सकता है और आराम करने की तीव्र इच्छा हो सकती है, जो रोजमर्रा की गतिविधियों को बाधित कर सकती है. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि थकान अन्य कारणों और स्वास्थ्य समस्याओं से भी उत्पन्न हो सकती है. अपनी स्थिति की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर को जरूर दिखाएं.


हल्का बुखार- कोरोनावायरस की शुरुआत के बाद से हल्का से मध्यम बुखार कोविड19 के बताए गए लक्षणों में से एक है, लेकिन ओमिक्रॉन में बुखार माइल्ड रहता है और कई दिनों तक बना रह सकता है.


सूखी खांसी – साउथ अफ्रीका हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार ओमिक्रॉन से पीड़ित लोगों को सूखी खांसी भी हो सकती है. यह लक्षण कोविड19 के लक्षणों में भी दिखाई दिया था. सूखी खांसी तब होती है जब आप आपका गला सूखता है या फिर आपके गले में इंफेक्शन होने की वजह से कुछ अटका हुआ-सा लगता है.



रात में पसीना आना- दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अनबेन पिल्ले के अनुसार, रात के समय पसीना आना भी इस बीमारी के लक्षण हैं. वहीं, रात को पसीना बहुत ज्यादा आता है. सबसे हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अगर एसी चलाकर या ठंडी जगह पर सोता है, तो भी उसे पसीने आते हैं. 


वैरिएंट कोई भी हो अगर मास्क लगाने, हाथ सही से धोने और शारीरिक दूरी के नियमों का नियमित तरीके से पालन किया जाए तो संक्रमण की आशंका ही काफी कम हो जाती है। इसके अलावा कोरोना वायरस रोधी टीका भी वायरस से सुरक्षा प्रदान करता है। टीके की दोनों खुराकें ले चुके लोगों में गंभीर संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। ओमिक्रॉन पर टीके के बेअसर होने की संभावना कम ही है।

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